बदलते मौसम में, इन आयुर्वेदिक हर्ब्स से इन्यूनिटी करें बूस्ट Maharishi Amrit Kalash है सबसे खास!

धीरे-धीरे अब हम सर्दियों की तरफ रुख कर रहे हैं और ऐसा लग रहा हो मानो पालक झपकी और सर्दियाँ बस शुरू ही होने वाली है। आजकल का मौसम कभी गर्मी और कभी सर्दी वाला हो गया है, पंख on करते ही ठंड लगने लगती है पंख बंद होते ही गर्मी। ऐसे में चाहकर भी आप कुछ नहीं कर सकते यह प्राकृतिक समन्वय है। हालांकि मौसम बदलने मौसम के बदलने के साथ हमारी इन्यूनिटी सिस्टम पर दबाव पड़ सकता है, और इसके परिणामस्वरूप हम अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर सकते हैं। अब आगर एक बार immunity weak हो गई तो health issues का पीछे-पीछे आना तय है। बहती नाक, सरदर्द, बुखार, बदन दर्द आदि इस मौसम के कुछ खास लक्षण हैं। इससे समय रहते ही छुटकारा पाने में समझदारी है वरना आप गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की तरफ भी अग्रसर हो सकते हैं। आज इस आर्टिकल में हम बात करने जा रहे हैं उन आयुर्वेदिक हर्ब्स की जो न केवल आपकी immunity को boost करती है बल्कि आपको विभिन्न मौसमी स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में भी काफी कारगर साबित हो सकती है । 

बदलते मौसम में हो रही स्वास्थ्य समस्याओं को अपनाएँ यह आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां 

हजारों वर्ष पुराने हमारे आयुर्वेद में ऐसा माना गया है कि यदि हम नियमित रूप से कुछ खास जड़ी-बूटियों का सेवन करते हैं तो हम आए दिन बदलते मौसम की वजह से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से काफी हद तक बच सकते हैं। यहां हम कुछ ऐसे आयुर्वेदिक हर्ब्स के बारे में चर्चा करेंगे जो मौसम के परिवर्तन के समय इन्यूनिटी को बूस्ट कर सकते हैं:

  • तुलसी (Holy Basil): तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है, जो इन्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। इसे रोज़ाना खाने के रूप में या तुलसी चाय के रूप में पीने से इन्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट किया जा सकता है। यदि आप भी बदलते मौसम की इस समस्या से परेशान हैं तो रोजाना कुछ तुलसी के पत्तों की चाय या काढ़ा बनाकर पीने से काफी लाभ पा सकते हैं। 
  • अश्वगंधा (Ashwagandha): अश्वगंधा एक प्राकृतिक आयुर्वेदिक हर्ब है जो स्ट्रेस को कम करने और इन्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करता है। इसका सेवन करने से शरीर की सामान्य रोगप्रतिरोधक शक्ति में वृद्धि हो सकती है। Immunity System को मजबूती देने के लिए रोजाना अश्वगंधा पाउडर की कुछ मात्र लेकर दूध में milakar इसका सेवन करें। यह आपके लिए किसी रामबाण की तरह काम करेगा। 
  • गिलोय (Giloy): गिलोय को आयुर्वेद एमीन "अमृत" भी कहा जाता है और यह इन्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक हो सकता है। इसके रस को पानी के साथ पीने से इन्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट किया जा सकता है। गिलोय immunity booster की तरह काम करती है और बदलते मौसम में होने वाली विभिन्न समस्याओं को दूर करने में बेहद असरदार है। 
  • त्रिफला (Triphala): त्रिफला एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि है जिसमें आमला, हरड़ा और बहेड़ा शामिल होते हैं। यह पाचन को सुधारता है और इन्यूनिटी को बढ़ावा देता है। Digestion के साथ ही यह आपके overall health के लिए बेहद कारगर माना जाता है। 
  • शतावरी (Shatavari): शतावरी का सेवन इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखने में मदद करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देता है। इसके साथ ही साथ इसे महिलाओं की सेहत के लिए भी बेहद असरदार माना गया है। 
  • हल्दी (Turmeric): हल्दी केवल हमारे घरों में बनने वाले विभिन्न डिशों को एक ख़ास रंगत देने का ही काम नहीं करती है। इसमें प्रचुर मात्रा में Antioxidant और Antibacterial गुण पाए जाते हैं। इसलिए हमारे पूर्वज नियमित रूप से इसका इस्तेमाल रोजाना अपने खानपान में करते आए हैं। यदि आप रोजाना सुबह खाली पेट एक कप गुनगुने पानी में चुटकी भर हल्दी मिलाकर इसका सेवन करते हैं, इससे आपको बहुत सारी बीमारियों से निजात मिल सकता है। 

  • हालांकि अब असली समस्या यह कि क्या आजकल की इस भागती दौड़ती जिंदगी में आपके पास इतना वक्त है कि आप एक-एक जड़ी बूटियों को चुनकर उसका उपयोग करें। शायद नहीं, तो आखिर इसका हल क्या हो सकता है जिससे आपको इन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का पोषण भी मिलें और आपको इतनी मेहनत भी न करनी पड़े। मौसमी बीमारियों के साथ ही अन्य शारीरिक कष्टों को दूर करने के उद्देश्य से Maharishi Ayurveda आपके लिए लेकर आया है Amrit kalash। 

    Maharishi Ayurveda Amrit kalash कैसे बन सकता है हर मर्ज की दवा 

    अमृत कलश को 53 टेस्टेड हर्ब्स के मदद से बनाया गया है। इस प्रोडक्ट को 250 कॉम्प्लेक्स स्टेप से गुजरने के बाद तैयार किया गया है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि, इसे बनाने में कितनी सतर्कता के साथ डीप रिसर्च किया गया है। एक किलो अमृत कलश को बनाने में 20 किलो जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। इसे बनाने में सुरक्षा  मानकों का पूरा ध्यान रख हर एक हर्ब्स के न्यूट्रीशनल वैल्यू को स्टोर किया जाता है, जिससे आपको ज्यादा से ज्यादा स्वास्थ्य लाभ हो सके। इसमें इस्तेमाल की जाने वाली 53 जड़ी बूटियों में केवल हिमालय पर मिलने वाली कुछ खास हर्ब्स का भी समावेश है। इस प्रोडक्ट को महर्षि आयुर्वेद के 3000 ट्रेंड एक्सपर्ट्स की मदद से तैयार किया जाता है। 

    अमृत कलश के एक पैक में आपको मिलता है 600 ग्राम अमृत कलश नेक्टर का पैक जो एक पेस्ट के फॉर्म में होता है और दूसरा 60 अमृत कलश एंब्रोसिया टैबलेट। इसके साथ ही यह डायबिटीज के मरीजों के लिए शुगर फ्री फॉर्म में भी उपलब्ध है।

    Mahirishi Ayurveda Amrit Kalash में इस्तेमाल की जाने वाली कुछ खास हर्ब्स या जड़ी बूटियां!

    आपकी शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए अमृत कलश में जिन 53 आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है उनमें से कुछ हैं: 


    आंवला, सफेद चंदन, दशमूल, हरितकी, अश्वगंधा और सफेद मूसली। महर्षि आयुर्वेदा के अमृत कलश पर शोध या रिसर्च के दौरान यह पाया गया है कि, यह विटामिन C और E se 1000 गुना ज्यादा असरदार है। दुनिया के तमाम प्रमुख देशों में अब तक इस प्रोडक्ट पर 79 क्लिनिकल रिसर्च किए जा चुके है। इस प्रोडक्ट का इस्तेमाल 30 से भी ज्यादा देशों में किया जाता है। 

    Amrit Kalash से होने वाले विशेष लाभ

    . सबसे पहले तो यह प्रोडक्ट आपके दिल की सेहत का भरपूर ख्याल रखता है। दिल से जुड़ी बीमारियों का रिस्क कम करता है।

    . आपकी मानसिक चिंताओं को दूर कर अन्य रोगों से लड़ने में मदद करता है।. आपके इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है।

    . उम्र से पहले दिखने वाले बुढ़ापे के लक्षणों को दूर कर आपको जवान और सेहतमंद रखता है।

    . यह मानसिक समस्याओं को दूर कर आपकी बौद्धिक क्षमताओं को मजबूत करता है।

    . यह शरीर के टॉक्सिक पदार्थों को दूर कर शरीर में एक खास ऊर्जा का उत्पादन करता है जिसे ojas कहते हैं। 

    साफ और सरल शब्दों में कहा जाए तो यह प्रोडक्ट आपके लिए अमृत के समान है जो आपको शारीरिक और मानसिक समस्याओं से लड़ने की क्षमता देता है और आपको एक लंबी और सेहतमंद जिंदगी जीने में मदद करता है।

    उपयोग विधि 

    सबसे पहले आपको अमृत कलश नेक्टर का एक चम्मच पेस्ट गुनगुने दूध या पानी में मिक्स करके लेना होता है। इसके एक घंटे बाद आपको अमृत कलश एंब्रोसिया का एक टैबलेट लेना है। इसे दिन में दो बार सुबह और शाम लेना बेहतर माना जाता है। चूंकि दोनो में ही अलग अलग हर्ब्स का इस्तेमाल किया जाता है इसलिए इन दोनो को एकसाथ लेने की सलाह दी जाती है जिससे आपको सम्पूर्ण लाभ मिल सके। डायबिटीज के मरीज अमृत कलश शुगर फ्री टैबलेट का इस्तेमाल सुबह शाम कर सकते हैं।